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होम्योपैथिक दवा से बवासीर, फिशर और फिस्टुला का प्राकृतिक और स्थायी इलाज ! homeopathic medicine for piles

बवासीर (Piles), फिशर (Fissure) और फिस्टुला (Fistula) आजकल बहुत आम पाचन और गुदा-रोग समस्याएं हैं। ये रोग न केवल शारीरिक दर्द देते हैं बल्कि व्यक्ति के आत्मविश्वास और जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करते हैं।
हालांकि इनके लिए कई ऑलोपैथिक दवाएं और सर्जिकल तरीके मौजूद हैं, लेकिन होम्योपैथिक चिकित्सा अपने प्राकृतिक, सुरक्षित और दीर्घकालिक प्रभावों के कारण एक बेहतर विकल्प बनकर उभरी है।

🔹 बवासीर, फिशर और फिस्टुला क्या हैं?

बवासीर (Piles) – यह गुदा के अंदर या बाहर नसों की सूजन होती है, जिससे दर्द, खुजली और कभी-कभी रक्तस्राव भी होता है।

फिशर (Fissure) – गुदा की त्वचा में दरार या कट लगने की स्थिति, जिससे मल त्याग के समय अत्यधिक दर्द होता है।

फिस्टुला (Fistula) – यह गुदा के पास एक असामान्य मार्ग बन जाने की स्थिति है, जिससे संक्रमण और मवाद निकलने की समस्या होती है।


🔹 बवासीर के मुख्य कारण

  • लंबे समय तक बैठकर काम करना

  • कब्ज या कठोर मल

  • फाइबर की कमी वाला भोजन

  • गर्भावस्था या अधिक वजन

  • बार-बार मल त्याग में जोर लगाना

  • अस्वच्छ जीवनशैली और पानी की कमी


🔹 होम्योपैथिक दवाएं कैसे काम करती हैं?

होम्योपैथिक दवाएं केवल लक्षणों को नहीं, बल्कि बीमारी के मूल कारण को ठीक करने पर ध्यान देती हैं। ये शरीर की प्राकृतिक उपचार शक्ति को सक्रिय करती हैं, जिससे धीरे-धीरे सूजन, दर्द और रक्तस्राव कम होने लगता है।

होम्योपैथी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह बिना किसी साइड इफेक्ट के दीर्घकालिक राहत प्रदान करती है।


🔹 बवासीर और फिशर के लिए सामान्य होम्योपैथिक दवाएं

  1. Aesculus Hippocastanum – अंदरूनी बवासीर में दर्द और सूजन में लाभदायक।

  2. Hamamelis Virginica – रक्तस्राव वाली बवासीर में अत्यधिक उपयोगी।

  3. Ratanhia – गुदा में जलन और फिशर के दर्द में राहत देती है।

  4. Graphites – फिस्टुला या फिशर में संक्रमण और मवाद में उपयोगी।

  5. Nux Vomica – कब्ज और पाचन कमजोरी से होने वाली बवासीर में प्रभावी।


🔹 विशेष संयोजन दवा: Doctor Pyro + BC 17 Combo Pack

Doctor Pyro + BC 17 Combo Pack एक विशेष रूप से विकसित होम्योपैथिक संयोजन (Homeopathic Combination Medicine) है, जो बवासीर, फिशर और फिस्टुला तीनों स्थितियों में असरदार साबित हुई है।

यह कॉम्बो पैक दो दवाओं का मिश्रण है:

  1. Doctor Pyro Drops (तरल दवा)

    • सेवन विधि: आधे कप पानी में 15 से 20 ड्रॉप्स, दिन में 3 बार

    • यह दवा सूजन, दर्द और रक्तस्राव को कम करती है तथा आंतरिक नसों को मजबूत बनाती है।

  2. Bio Combination No. 17 (चबाने योग्य टैबलेट)

    • मात्रा: 4 टैबलेट्स, दिन में 3 बार

    • यह शरीर में आवश्यक मिनरल्स का संतुलन बनाए रखती है और उपचार प्रक्रिया को तेज करती है।

👉 इस कॉम्बो का नियमित उपयोग 3 से 4 महीनों तक लगातार करने से स्थायी राहत और पुनः समस्या न लौटने की संभावना काफी कम हो जाती है।


🔹 परहेज़ और जीवनशैली सुझाव

बवासीर और फिशर में केवल दवा लेना ही पर्याप्त नहीं है — सही परहेज़ और दिनचर्या भी उतनी ही ज़रूरी है।

आहार में परहेज़ करें:

  • मसालेदार और तले हुए भोजन से बचें।

  • चाय, कॉफी, शराब और धूम्रपान से परहेज़ करें।

  • जंक फूड और मैदे वाले पदार्थों का सेवन न करें।

क्या खाएं:

  • हरी सब्ज़ियाँ, फल, सलाद और फाइबर युक्त भोजन लें।

  • दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं (कम से कम 8–10 गिलास)।

  • सुबह टहलना और हल्का व्यायाम ज़रूर करें।

  • कब्ज से बचने के लिए त्रिफला या इसबगोल का सेवन किया जा सकता है।


🔹 निष्कर्ष

बवासीर, फिशर और फिस्टुला जैसी समस्याएँ पूरी तरह ठीक हो सकती हैं यदि समय रहते सही इलाज और जीवनशैली अपनाई जाए।
होम्योपैथिक चिकित्सा जैसे कि Doctor Pyro + BC 17 Combo Pack न केवल लक्षणों में राहत देता है बल्कि समस्या की जड़ पर काम करता है।
इसका नियमित उपयोग और उचित परहेज़ मिलकर स्थायी और प्राकृतिक उपचार प्रदान करते हैं।

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